शेयर बाजार आज 2025: निफ्टी 50 ट्रेड सेटअप, अमेरिकी शटडाउन, सोने के दाम और 8 स्टॉक खरीदने-बेचने की सलाह

By Gaurav Srivastava

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आज हम ऑटोमोबाइल क्षेत्र से हटकर एक बेहद महत्वपूर्ण विषय पर बात करेंगे, जो हम सभी की दैनिक जीवन और भविष्य की योजनाओं को प्रभावित करता है। हम बात कर रहे हैं शेयर बाजार आज की स्थिति, आने वाले दिनों के रुझानों और उन प्रमुख कारकों की जो निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण हैं। चाहे आप एक अनुभवी निवेशक हों, या शेयर बाजार की दुनिया में नए कदम रख रहे हों, आज का यह विश्लेषण आपको अपनी निवेश रणनीति बनाने में मदद करेगा। हम विशेष रूप से निफ्टी 50 ट्रेड सेटअप, अमेरिकी सरकार के संभावित शटडाउन के वैश्विक प्रभावों, सोने के बढ़ते दामों और कुछ प्रमुख स्टॉक खरीदने-बेचने की सलाह पर गौर करेंगे।

शेयर बाजार आज 2025: निफ्टी 50 ट्रेड सेटअप, अमेरिकी शटडाउन, सोने के दाम और 8 स्टॉक खरीदने-बेचने की सलाह

आज के समय में वित्तीय बाजारों की समझ हर व्यक्ति के लिए आवश्यक हो गई है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव, विभिन्न देशों की नीतियां और प्रमुख कंपनियों के प्रदर्शन सीधे हमारे निवेश पर असर डालते हैं। अक्टूबर 2025 की शुरुआत में, भारतीय शेयर बाजार आज कई घरेलू और वैश्विक संकेतों के बीच महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देख रहा है। निवेशकों को इन जटिल परिस्थितियों को समझना बेहद ज़रूरी है ताकि वे सोच-समझकर निर्णय ले सकें। यह लेख आपको इन सभी पहलुओं का विस्तृत विश्लेषण प्रदान करेगा।

आज के शेयर बाजार का त्वरित अवलोकन

नीचे दी गई तालिका आज के शेयर बाजार आज की प्रमुख जानकारी का सारांश प्रस्तुत करती है:

सूचक जानकारी
निफ्टी 50 का वर्तमान स्तर लगभग 24,768 (0.92% की वृद्धि)
निफ्टी फ्यूचर्स (28 अक्टूबर 2025) 24,895.50 (मामूली गिरावट -0.19%)
अमेरिकी शटडाउन चिंताएं उच्च जोखिम, वैश्विक बाजारों में अस्थिरता
सोने के दाम $2,050 प्रति औंस से ऊपर, मजबूत तेजी का रुख
प्रमुख स्टॉक सलाह रिलायंस, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, लार्सन एंड टुब्रो, अडानी पोर्ट्स (खरीदें); टाटा मोटर्स, एसबीआई, मारुति सुजुकी (बेचें)

निफ्टी 50 का नवीनतम स्थिति और ट्रेड सेटअप

भारतीय शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक, निफ्टी 50, वर्तमान में एक दिलचस्प मोड़ पर खड़ा है। 3 अक्टूबर, 2025 तक, निफ्टी 50 का स्तर लगभग 24,768 पर है, जिसने पिछले 24 घंटों में लगभग 0.92% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि अल्पकालिक सकारात्मक गति को दर्शाती है और निवेशकों के बीच विश्वास जगाती है। यह दिखाता है कि बाजार में एक मजबूत खरीदारी का माहौल बना हुआ है, हालांकि कुछ चुनौतियां अभी भी मौजूद हैं।

निफ्टी 50 वर्तमान स्तर

जैसा कि हमने देखा, निफ्टी 50 का वर्तमान स्तर 24,768 के आसपास है। यह आंकड़ा केवल एक संख्या नहीं है, बल्कि यह देश की शीर्ष 50 कंपनियों के संयुक्त प्रदर्शन का प्रतीक है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की दिशा तय करती हैं। बाजार की यह गति निवेशकों को नई संभावनाएं तलाशने के लिए प्रेरित करती है। हालांकि, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि बाजार में हमेशा अस्थिरता बनी रहती है, और अचानक बदलाव भी संभव हैं।

फ्यूचर्स डेटा

निफ्टी फ्यूचर्स का डेटा बाजार के नज़दीकी भविष्य के रुझानों को समझने में मदद करता है। 28 अक्टूबर, 2025 के लिए निफ्टी फ्यूचर्स 24,895.50 पर मामूली गिरावट (-0.19%) के साथ कारोबार कर रहा है। यह मौजूदा रैली के बावजूद, निकट-अवधि में थोड़ी सावधानी का संकेत देता है। इसका मतलब यह हो सकता है कि कुछ निवेशक भविष्य में थोड़ी अस्थिरता की उम्मीद कर रहे हैं या मौजूदा स्तरों पर मुनाफावसूली करने की सोच रहे हैं। फ्यूचर्स डेटा अक्सर बाजार के सेंटीमेंट का एक अग्रगामी सूचक होता है।

बाजार पूंजीकरण और मूल्य

भारतीय इक्विटी बाजार का कुल पूंजीकरण लगभग ₹452.69 लाख करोड़ (₹4.5269 ट्रिलियन) पर स्थिर है। यह आंकड़ा भारतीय कंपनियों के समग्र मूल्य को दर्शाता है और यह बताता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था कितनी बड़ी और गतिशील है। ट्रेडिंग वॉल्यूम और वैल्यू भी स्थिर गतिविधि को दर्शाते हैं, जिससे पता चलता है कि बाजार में पर्याप्त तरलता और भागीदारी है। यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि उच्च तरलता का मतलब है कि वे आसानी से अपनी स्थिति में प्रवेश और बाहर निकल सकते हैं। आप नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) की वेबसाइट पर अधिक जानकारी पा सकते हैं।

ट्रेड सेटअप

तकनीकी चार्ट के अनुसार, निफ्टी 50 के लिए 24,700 के स्तर के पास मजबूत सपोर्ट है, जबकि 25,000 के करीब रेजिस्टेंस देखा जा सकता है। मोमेंटम इंडिकेटर्स हल्के बुलिश संकेत दे रहे हैं, जो ब्रेकआउट पर लंबी स्थिति (लॉन्ग पोजिशन) के पक्ष में हैं। हालांकि, ऊपरी रेजिस्टेंस स्तरों के पास सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। निवेशकों को अपने स्टॉप लॉस का पालन करना चाहिए और बाजार की दिशा में अचानक बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए। यह निफ्टी 50 ट्रेड सेटअप हमें बताता है कि बाजार में खरीदारी का रुझान तो है, लेकिन बड़े रेजिस्टेंस को पार करना आसान नहीं होगा।

अमेरिकी सरकार के शटडाउन की चिंताएं और बाजार पर इसका असर

वैश्विक बाजार पर अमेरिकी सरकार के संभावित शटडाउन का खतरा मंडरा रहा है। बजट वार्ता में कोई समाधान न निकलने के कारण, यह अनिश्चितता वैश्विक बाजारों में जोखिम की भावना को बढ़ा रही है। यह स्थिति अक्सर इक्विटी में अस्थिरता को बढ़ाती है और सोने जैसे सुरक्षित-निवेश संपत्तियों की मांग को बढ़ावा देती है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, और इसकी आंतरिक राजनीतिक उथल-पुथल का असर पूरे विश्व पर पड़ता है।

शटडाउन का जोखिम

अमेरिकी सरकार को संभावित शटडाउन का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बजट वार्ता गतिरोध में है। यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए एक बड़ा चिंता का विषय है। यदि शटडाउन होता है, तो सरकारी सेवाओं पर असर पड़ेगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों में मंदी आ सकती है। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका बढ़ सकती है, जिसका सीधा असर भारत जैसे उभरते बाजारों पर भी पड़ सकता है। जोखिम का यह स्तर निवेशकों को अधिक सतर्क रहने के लिए मजबूर करता है।

निवेशकों का व्यवहार

ऐतिहासिक रूप से, आंशिक सरकारी शटडाउन ने अमेरिकी इक्विटी में अल्पकालिक गिरावट को ट्रिगर किया है, लेकिन गंभीर मंदी का कारण नहीं बने हैं। बाजार आमतौर पर किसी भी प्रभाव के सामने आने से पहले ही शटडाउन के जोखिम को मूल्य में शामिल कर लेते हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों ने पहले से ही कुछ हद तक इस जोखिम को अपनी रणनीति में शामिल कर लिया होगा। हालांकि, यदि शटडाउन लंबे समय तक चलता है, तो निवेशकों का व्यवहार अधिक नकारात्मक हो सकता है। ऐसे समय में, पोर्टफोलियो को विविधता देना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।

मुद्रा पर प्रभाव

शटडाउन के जोखिम की अवधि में अमेरिकी डॉलर में थोड़ी कमजोरी आने की प्रवृत्ति होती है। डॉलर के कमजोर होने से कमोडिटी की कीमतें बढ़ती हैं और भारतीय इक्विटी सहित उभरते बाजार की संपत्तियों को बढ़ावा मिलता है। यह भारतीय बाजार के लिए एक मिश्रित संकेत है: एक तरफ वैश्विक अनिश्चितता है, दूसरी तरफ डॉलर की कमजोरी से भारतीय निर्यातकों को फायदा हो सकता है और विदेशी निवेश आकर्षित हो सकता है। निवेशकों को मुद्रा विनिमय दरों पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि यह उनके निवेश पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।

सोने के दाम और रुझान

भू-राजनीतिक और वित्तीय अनिश्चितताओं के बीच सोने की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। अक्टूबर 2025 की शुरुआत में, सोना $2,050 प्रति औंस को पार कर गया है। यह अमेरिकी सरकार के शटडाउन के खतरे से उत्पन्न सुरक्षित-निवेश की बढ़ती मांग के अनुरूप है। निवेशक ऐसे समय में सोने को एक सुरक्षित ठिकाना मानते हैं, जब इक्विटी बाजार में अस्थिरता बढ़ जाती है। सोने को अक्सर मुद्रास्फीति के खिलाफ एक बचाव के रूप में भी देखा जाता है।

वर्तमान मूल्य निर्धारण

वर्तमान में, सोने की कीमतें $2,050 प्रति औंस से ऊपर चल रही हैं। यह पिछले कुछ समय में सोने की मजबूत रैली को दर्शाता है। जब इक्विटी बाजारों में जोखिम बढ़ता है या आर्थिक विकास को लेकर चिंताएं बढ़ती हैं, तो सोने की मांग बढ़ जाती है। निवेशक सोने में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखने का प्रयास करते हैं। यह एक क्लासिक “रिस्क-ऑफ” ट्रेड है जहां निवेशक जोखिम भरी संपत्तियों से पैसा निकालकर सुरक्षित संपत्तियों में डालते हैं।

तकनीकी स्तर

तकनीकी रूप से, $2,000 पर मजबूत सपोर्ट स्तर है, जबकि $2,100 के पास रेजिस्टेंस है। यह रुझान बुलिश बना हुआ है, क्योंकि निवेशक इक्विटी अस्थिरता और मुद्रास्फीति के दबावों से बचाव चाहते हैं। सोने की इस तेजी को बनाए रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि यह $2,000 के सपोर्ट को बनाए रखे। यदि यह इस स्तर से नीचे गिरता है, तो इसमें सुधार देखने को मिल सकता है। लेकिन वर्तमान में, बाजार में सोने के लिए सकारात्मक धारणा बनी हुई है।

भविष्य का दृष्टिकोण

यदि अमेरिकी सरकार का शटडाउन जारी रहता है या बढ़ता है, तो सोने की मांग बनी रहने की उम्मीद है। यदि मुद्रास्फीति के आंकड़े ऊंचे रहते हैं या वित्तीय प्रोत्साहन पर संदेह बढ़ता है, तो इसमें और वृद्धि की संभावना है। सोने को अक्सर पोर्टफोलियो के विविधीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है। ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में कई अनिश्चितताएं हैं, सोना निवेशकों को स्थिरता प्रदान कर सकता है। विश्व गोल्ड काउंसिल की रिपोर्टें भी सोने के भविष्य के रुझानों पर प्रकाश डालती हैं।

खरीदने या बेचने के लिए 8 स्टॉक (मिंट बिजनेस इनसाइट्स के अनुसार)

आज के बाजार में सही स्टॉक का चुनाव करना निवेशकों के लिए एक चुनौती हो सकता है। मिंट बिजनेस इनसाइट्स के विश्लेषण के आधार पर, हमने कुछ प्रमुख स्टॉक्स की पहचान की है जिन पर निवेशक ध्यान दे सकते हैं। यह 8 स्टॉक खरीदने या बेचने की सलाह विभिन्न क्षेत्रों और बाजार स्थितियों को ध्यान में रखती है।

स्टॉक क्षेत्र सलाह कारण/मुख्य अंतर्दृष्टि
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ऊर्जा और समूह खरीदें मजबूत Q2 आय, दूरसंचार और खुदरा में जोरदार वृद्धि।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) बैंकिंग खरीदें लगातार संपत्ति की गुणवत्ता, ऋण वृद्धि।
टाटा मोटर्स (Tata Motors) ऑटोमोटिव बेचें मार्जिन दबाव और चिप की कमी को लेकर चिंताएं।
इंफोसिस (Infosys) आईटी सेवाएँ खरीदें अनुकूल डील पाइपलाइन, डिजिटल परिवर्तन की मांग।
भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) बैंकिंग बेचें एनपीए (NPA) के निर्माण और ऋण लागत के कारण लाभ में सावधानी।
लार्सन एंड टुब्रो (Larsen & Toubro) बुनियादी ढांचा खरीदें ऑर्डर प्रवाह में वृद्धि, कैपेक्स (Capex) में पुनरुद्धार।
मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ऑटोमोटिव बेचें वाहन बिक्री में गिरावट, बढ़ती इनपुट लागत।
अडानी पोर्ट्स (Adani Ports) लॉजिस्टिक्स खरीदें बढ़ी हुई कार्गो मात्रा और बुनियादी ढांचे पर खर्च।

यह सलाह मौजूदा बाजार स्थितियों और कंपनी-विशिष्ट कारकों पर आधारित है। निवेशकों को हमेशा अपने स्वयं के शोध और वित्तीय सलाहकार की सलाह के बाद ही निवेश करना चाहिए। किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले, उसकी पूरी जानकारी लेना बहुत ज़रूरी है। यह 8 स्टॉक खरीदने या बेचने की सलाह केवल एक मार्गदर्शन है, अंतिम निर्णय निवेशक का अपना होना चाहिए।

मुख्य अंतर्दृष्टि

आज के शेयर बाजार आज के विश्लेषण से कुछ महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि निकलकर आती हैं जो निवेशकों के लिए मार्गदर्शक हो सकती हैं। बाजार में हो रही गतिविधियों को समझना और उनका सही विश्लेषण करना सफलता की कुंजी है। इन अंतर्दृष्टि से हमें अपनी रणनीति को बेहतर ढंग से बनाने में मदद मिलती है।

  • निफ्टी का दृष्टिकोण: निफ्टी 50 में मध्यम बुलिश गति दिख रही है, जिसमें 25,000 के करीब तत्काल रेजिस्टेंस है। यह संकेत देता है कि गिरावट पर रणनीतिक खरीदारी की जा सकती है, लेकिन जोखिम की बारीकी से निगरानी आवश्यक है। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
  • वैश्विक जोखिम: अमेरिकी शटडाउन का खतरा बाजार की भावनाओं पर हावी है, लेकिन वैश्विक स्तर पर अच्छी आय से इसे कुछ हद तक संतुलित किया गया है। यह दर्शाता है कि बाजार में एक आंतरिक ताकत भी है, जो बाहरी झटकों को सहन करने की क्षमता रखती है।
  • सोने की तेजी: सोना एक महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो हेज बना हुआ है; जोखिम से बचाव और मुद्रास्फीति के डर से इसकी मांग बढ़ रही है, जो एक तेजी का माहौल प्रदान करती है। यह निवेशकों के लिए एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना हुआ है।
  • क्षेत्रीय चयन: वित्तीय और बुनियादी ढांचा क्षेत्र खरीदारी के अवसर प्रस्तुत करना जारी रखे हुए हैं, जबकि चक्रीय ऑटो स्टॉक अल्पकालिक दबाव देख सकते हैं। निवेशकों को इन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
  • वॉल्यूम रुझान: बाजार की भागीदारी बड़े-कैप बैंकिंग और आईटी स्टॉक्स में बढ़ी हुई मात्रा दिखाती है, जो वर्तमान तेजी के रुझान का समर्थन करती है। यह दर्शाता है कि इन क्षेत्रों में निवेशकों का विश्वास मजबूत है।

भविष्य की संभावनाएं

भविष्य की संभावनाओं को समझना निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे अपनी दीर्घकालिक और अल्पकालिक निवेश योजनाओं को अनुकूलित कर सकें। आगामी महीनों में कुछ प्रमुख कारक भारतीय और वैश्विक शेयर बाजार आज की दिशा तय करेंगे।

  • निफ्टी 50: प्रमुख अमेरिकी राजनीतिक घटनाओं के इर्द-गिर्द अस्थिरता के साथ सावधानीपूर्वक आशावादी रहने की उम्मीद है; अस्थिरता 24,700-25,000 के स्तर के आसपास ट्रेडिंग के अवसर प्रदान कर सकती है। निवेशकों को इन स्तरों पर पैनी नजर रखनी चाहिए।
  • अमेरिकी शटडाउन: यदि यह लंबा चलता है, तो यह वैश्विक बाजारों में सुधार के चरण को ट्रिगर कर सकता है। निवेशकों को कांग्रेस के घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए। यह बाजार की दिशा में एक प्रमुख निर्धारक होगा।
  • सोना: विशेष रूप से यदि मुद्रास्फीति के आंकड़े या भू-राजनीतिक जोखिम बिगड़ते हैं, तो अगले तिमाही में ऊंचे स्तर पर बने रहने की संभावना है। सोने को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।
  • स्टॉक चयन: निवेशकों को बैंकिंग, आईटी और ऊर्जा में रक्षात्मक खरीदारी के साथ पोर्टफोलियो को संतुलित करना चाहिए और स्पष्टता में सुधार होने तक अत्यधिक चक्रीय और मार्जिन-संवेदनशील स्टॉक्स से बचना चाहिए। यह एक विवेकपूर्ण निवेश रणनीति है।

बाजार परिदृश्य के फायदे और नुकसान

वर्तमान बाजार परिदृश्य निवेशकों के लिए कुछ फायदे और नुकसान प्रस्तुत करता है, जिन्हें समझना आवश्यक है।

फायदे (Pros) नुकसान (Cons)
निफ्टी में सकारात्मक गति: निफ्टी 50 में अल्पकालिक तेजी का रुझान और अच्छा सपोर्ट। अमेरिकी शटडाउन का जोखिम: वैश्विक बाजार में अस्थिरता और अनिश्चितता का खतरा।
सोने का मजबूत प्रदर्शन: अनिश्चितता के समय में सुरक्षित निवेश का विकल्प। कुछ सेक्टर्स पर दबाव: ऑटोमोटिव जैसे चक्रीय स्टॉक्स में मार्जिन दबाव की चिंताएं।
चुनिंदा सेक्टर्स में अवसर: वित्तीय और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में खरीदारी के अच्छे अवसर। लाभ में सावधानी: कुछ बैंकिंग स्टॉक्स में एनपीए के कारण लाभ में गिरावट की आशंका।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

1. आज के शेयर बाजार आज में निफ्टी 50 का ट्रेड सेटअप कैसा दिख रहा है?

आज, निफ्टी 50 लगभग 24,768 पर है और पिछले 24 घंटों में 0.92% की वृद्धि दिखा रहा है। तकनीकी रूप से, 24,700 के पास सपोर्ट और 25,000 के पास रेजिस्टेंस है। मोमेंटम इंडिकेटर्स हल्के बुलिश हैं, जो ब्रेकआउट पर लंबी स्थिति का समर्थन करते हैं। निवेशकों को सतर्कता के साथ खरीदारी के अवसर तलाशने चाहिए, खासकर गिरावट आने पर।

2. अमेरिकी सरकार के संभावित शटडाउन का भारतीय शेयर बाजार आज पर क्या असर होगा?

अमेरिकी सरकार के शटडाउन का खतरा वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ा सकता है। ऐतिहासिक रूप से, ऐसे शटडाउन से अमेरिकी इक्विटी में अल्पकालिक गिरावट आती है। भारतीय बाजार में भी कुछ अस्थिरता दिख सकती है, लेकिन डॉलर के कमजोर होने से उभरते बाजारों को कुछ फायदा हो सकता है। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।

3. सोने के दाम वर्तमान में कैसे चल रहे हैं और क्यों बढ़ रहे हैं?

सोने के दाम अक्टूबर 2025 की शुरुआत में $2,050 प्रति औंस से ऊपर चल रहे हैं। यह वृद्धि भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं, अमेरिकी शटडाउन के खतरे और मुद्रास्फीति के डर के कारण सुरक्षित-निवेश की बढ़ती मांग का परिणाम है। निवेशक अस्थिरता के समय अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखने के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं।

4. आज 8 स्टॉक खरीदने या बेचने की सलाह में किन क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए?

मिंट बिजनेस इनसाइट्स के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, लार्सन एंड टुब्रो और अडानी पोर्ट्स को खरीदने की सलाह दी गई है। वहीं, टाटा मोटर्स, भारतीय स्टेट बैंक और मारुति सुजुकी को बेचने की सलाह है। वित्तीय, आईटी और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में खरीदारी के अवसर हैं, जबकि ऑटो सेक्टर में दबाव दिख सकता है।

5. निवेशक शेयर बाजार आज की अनिश्चितता में अपनी निवेश रणनीति कैसे बना सकते हैं?

अनिश्चितता के समय में, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को विविधता देना चाहिए। बैंकिंग, आईटी और ऊर्जा जैसे रक्षात्मक क्षेत्रों में खरीदारी पर विचार करें। चक्रीय और मार्जिन-संवेदनशील स्टॉक्स से बचें जब तक कि बाजार में स्पष्टता न आ जाए। सोने को एक पोर्टफोलियो हेज के रूप में भी शामिल किया जा सकता है। जोखिमों की निगरानी करें और दीर्घकालिक दृष्टिकोण रखें।

Gaurav Srivastava

My name is Gaurav Srivastava, and I work as a content writer with a deep passion for writing. With over 4 years of blogging experience, I enjoy sharing knowledge that inspires others and helps them grow as successful bloggers. Through Bahraich News, my aim is to provide valuable information, motivate aspiring writers, and guide readers toward building a bright future in blogging.

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